स्त्रीलिंग की पहचान आप कैसे करेंगे प्रमुख नियमों का उदाहरण सहित वर्णन करें(Striling ki Pahchan)

स्त्रीलिंग की पहचान आप कैसे करेंगे प्रमुख नियमों का उदाहरण सहित वर्णन करें(Striling ki Pahchan)

स्त्रीलिंग शब्द की पहचान: हिंदी भाषा में शब्दों को देखकर उनके स्त्रीलिंग की पहचान करना स्त्रीलिंग शब्द की पहचान कहलाता है। वैसे तो हिंदी भाषा में यह पहचान करना काफी कठिन होता है परंतु फिर भी कुछ ऐसे नियम बनाए गए हैं जिनके द्वारा हम शब्दों को देखकर उनके स्त्रीलिंग की पहचान कर सकते हैं।

आज हम आपको कुछ ऐसे ही नियम बताएंगे जिनके आधार पर आप स्त्रीलिंग की पहचान कर सकते हैं।

स्त्रीलिंग की पहचान(Striling ki Pahchan)

स्त्रीलिंग शब्द की पहचान striling shabd ki pahchan

 

  1. जिन शब्दों के अंत में होता है तो स्त्रीलिंग कहलाते है जिसे: ईंख, भूख, चोख, राख, आदि।
  2. जिन भाववाचक संज्ञाओ के अंत में ट, वट, या हट होता है वे स्त्रीलिंग कहलाते है जैसे: झंझट, आहट, चिकनाहट, बनावट, सजावट आदि।
  3. अनुस्वारंत, ईकारांत, ऊकारांत, तकारांत, सकारांत, संज्ञाए स्त्रीलिंग कहलाती हैं। जैसे रोटी, टोपी, नदी, चिट्टी, उदासी, रात, बात, छत, भीत, लू, साँस, आदि।
  4. भाषा, बोली, और लिपियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं जैसे: हिंदी, अंग्रेज़ी, पहाड़ी, पंजाबी, भोजपुरी, बंगाली, मराठी आदि।
  5. जिन शब्दों के अंत में इया आता है वे स्त्रीलिंग होते है जैसे खटिया, लुटिया, नटिया, चिड़िया, कुतिया, कुटिया आदि।
  6. नदियों के नाम स्त्रीलिंग होते है जैसे कि गंगा, यमुना, सरस्वती, गोदावरी, ताप्ती आदि।
  7. तिथियों के नाम स्त्रीलिंग होते है जैसे पहली, दूसरी, तीसरी, प्रतिपदा, पूर्णिमा आदि।
  8. प्रथ्वी ग्रह स्त्रीलिंग है।
  9. नक्षत्रों के नाम स्त्रीलिंग होते है जैसे अश्विनी, रोहिणी, भरणी, आदि।
  10. नित्य स्त्रीलिंग शब्द जैसे कोयल, चील, मैना, आदि।

स्त्रीलिंग शब्द की पहचान करने के नियम

सभी नदियों के नाम

दुनिया भर में पाई जाने वाली सभी नदियों के नाम स्त्रीलिंग ही होते हैं। अगर आपसे आपकी परीक्षा में शब्दों का लिंग पहचानने के लिए कहा जाता है और वहां पर आपको किसी भी नदी का नाम मिल जाता है तो आप अवश्य ही उसे स्त्रीलिंग समझ सकते हैं।

नदियों के नाम के उदाहरण: गंगा, यमुना, सरस्वती, ब्रह्मपुत्र, ताप्ती, गोदावरी, सतलज, इत्यादि सभी नाम स्त्रीलिंग का बोध कराते हैं। अतः यहां पर यह स्पष्ट हो जाता है कि सभी नदियों के नाम स्त्रीलिंग ही होते हैं।

  • गंगा (Ganga)
  • यमुना (Yamuna) 
  • ब्रह्मपुत्र (Brahmaputra)
  • नर्मदा (Narmada)
  • ताप्ती (Tapti)
  • महानदी (Mahandi)
  • कृष्णा (Krishna)
  • गोदावरी (Godavari)
  • कावेरी (Cauvery)
  • सरयू (Saryu)
  • तुंगभद्रा (Tungabhadra)
  • बेटवा (Betwa)
  • चम्बल (Chambal)
  • गोमती (Gomti)
  • सिंधु (Sindhu)
  • यमुना (Yamuna)
  • सोन (Son)
  • बराकर (Brahmani)
  • महानदी (Mahanadi)
  • तुंगभद्रा (Tungabhadra)
  • ताप्ती (Tapti)
  • ग़ग़रा (Ghaghara)
  • यमुना (Yamuna)
  • सरयू (Sarayu)
  • रामगंगा (Ramganga)

ख प्रत्यय बाले शब्द

जिन शब्दों के अंत में लगा होता है वह सभी शब्द स्त्रीलिंग शब्द कहलाते हैं। अगर आपको कोई ऐसा शब्द मिलता है जिसका अंत ख से होता है तो समझ जाइए कि वह शब्द स्त्रीलिंग शब्द है।

ख स्त्रीलिंग शब्द के उधारण: ईंख, राख, भूख, चोख, आदि।

  • ईंख,
  • राख,
  • भूख,
  • चोख
  • नोख 
  • आँख 
  • साख 
  • बत्तख़ 

यहाँ पर कुछ शब्द स्त्रीलिंग के अपवाद भी हैं जैसे की सुख और दुःख ये दोनो पुल्लिंग शब्द है। इन शब्दों से पुरुष प्रकृति का बोध होता है।

नदियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं

लगभग सभी नदियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं अगर आपको इस रेलिंग की पहचान करनी है और आपको कोई नदी का नाम सामने आ जाता है तो इसका मतलब है कि वह स्त्रीलिंग है।

नदियों के नाम स्त्रीलिंग की पहचान के कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं:

  • गंगा
  • यमुना
  • सरस्वती
  • ब्रह्मपुत्र
  • गोदावरी
  • गोमती 
  • सिंधु 
  • रामगंगा 
  • यमुना 
  • सरयू 
  • महानदी 
  • तुँगभद्रा

नक्षत्रों के नाम से स्त्रीलिंग की पहचान

प्रकृति में जितने भी नक्षत्र पाए जाते हैं उन सभी के नाम स्त्रीलिंग होते हैं उनके कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं:

  • अश्विनी (Ashwini)
  • भरणी (Bharani)
  • कृत्तिका (Krittika)
  • रोहिणी (Rohini)
  • मृगशीर्ष (Mrigashira)
  • आर्द्रा (Ardra)
  • पुनर्वसु (Punarvasu)
  • पुष्य (Pushya)
  • आश्लेषा (Ashlesha)
  • मघा (Magha)
  • पूर्वफाल्गुनी (Purva Phalguni)
  • उत्तरफाल्गुनी (Uttara Phalguni)
  • हस्त (Hasta)
  • चित्रा (Chitra)
  • स्वाति (Swati)
  • विशाखा (Vishakha)
  • अनुराधा (Anuradha)
  • ज्येष्ठा (Jyeshtha)
  • मूल (Mula)
  • पूर्वाषाढ़ा (Purva Ashadha)
  • उत्तराषाढ़ा (Uttara Ashadha)
  • श्रवण (Shravana)
  • धनिष्ठा (Dhanishta)
  • शतभिषा (Shatabhisha)
  • पूर्वभाद्रपदा (Purva Bhadrapada)
  • उत्तरभाद्रपदा (Uttara Bhadrapada)
  • रेवती (Revati)

अनुस्वारंत, ईकारांत, ऊकारांत, तकारांत, सकारांत संज्ञा स्त्रीलिंग का बोध कराती है

अगर आपको कुछ भी ऐसे शब्द दिखाई देते हैं जहां पर इस प्रकार के छोटी इ की मात्रा या बड़ी ई की मात्रा तथा बड़े ऊ की मात्रा इस प्रकार के शब्द आपको मिलते हैं तो इसका मतलब है कि वह शब्द स्त्रीलिंग शब्द है।

इनके प्रमुख उदाहरण इस प्रकार है:

  • रोटी,
  • टोपी,
  • नदी,
  • चिट्टी,
  • उदासी,
  • रात,
  • बात,
  • छत,
  • भीत,
  • लू,
  • साँस

तिथियों के नाम

हमारे कैलेंडर में जितने भी तिथियां होती हैं उन सभी के नाम से स्त्रीलिंग का बोध होता है। इनके उदाहरण कुछ इस प्रकार हैं:

  • पहली,
  • दूसरी,
  • तीसरी,
  • प्रतिपदा,
  • पूर्णिमा

नित्य स्त्रीलिंग शब्द

कुछ ऐसे शब्द भी होते हैं जिनमें सामने वाली बस तू चाहे तो पुरुष लिंग हो या स्त्रीलिंग है लेकिन उनके उच्चारण के तौर पर उन्हें स्त्रीलिंग शब्द ही कहा जाएगा तो इस प्रकार के शब्द नित्य स्त्रीलिंग शब्द कहलाते हैं।

  • कोयल,
  • चील,
  • मैना

नित्य स्त्रीलिंग शब्द के उधारण

Post a Comment

Previous Post Next Post